Mano Ya Na Mano Release on dated 23rd August 2012, Real Ghost Stories (भूतो की कहानियाँ )Mano Ya Na Mano providing a fresh source of first hand images,information,and research into the world of the paranormal,it contains an ever growing collection of first hand, true ghost stories, classic photographs and images.
Real Ghost Stories – The Devil and his demons, ghosts, vampires, ghouls, evil human and animal spirits all walk the Earth freely to this very day. The reports by psychics and common people from all corners of the planet are unanimous—Ghosts are real. Some of them are evil, cunning, and manipulative while others are benign.
Do YOU believe in Ghosts? Do you think we, the believers, are weird or strange? Read on and you might just assent to our belief.
We, the people who believe, know there are many unsolved mysteries in this world. Those who don't believe say there are no such things as ghosts, spirits, demons, vampires, haunting, and so on, but rather strangely, will likely never agree to sleep alone in a graveyard at night. And some are even paranoid of the dark. What gives?
Well, I hope you will give me and my fellow believers a chance to convince you about the "cosmic unknown".
Since you are still here, good, at least you are curious. Or maybe, there is more to your curiosity than you care to admit. Please share with us if you dare.
Anyway, I want to thank all those who have sent me their stories. There have been hundreds of stories, and I can't possibly edit them all in the near future, so I ask you to be patient and to keep sending your stories. Some of the stories may not be featured on this website but may end up in my upcoming post.
Vampire History - Part - II
Posted by Unknown | Labels: Vampire's History | 0 commentsVampire History - Part - I
Posted by Unknown | Labels: Vampire's History | 0 commentsवैम्पायर्स यानी पिशाच का अड्डा हाईगेट कब्रिस्तान
Posted by Unknown | Labels: Vampire's History | 0 commentsहम बात कर रहे है। लंदन के हाईगेट कब्रिस्तान की। इस कब्रिस्तान में बहुत से लोगों ने वैम्पायर्स को देखा है जो कि आये दिन इस कब्रिस्तान में घुमते रहते है। अभी तक वैम्पायर्स के बारें में दुनिया भर में केवल अटकलें ही लगायी जाती है। लेकिन इस कब्रिस्तान में कई बार लोगों ने मौत के इन राक्षसों को महसूस किया है। आप खुद ही महसूस कर सकते है कि कोई भी ऐसी जगह जहां आप अकेले हो और कोई ऐसा साया जो आपके आस पास ही किसी मूर्दे के शरीर से खून पी रहा हो तो कैसा महसूस होगा।
वैसे भी दुनिया भर में कब्रिस्तान का नाम सुनकर लोगों को भूत, प्रेत, और आत्माओं का ख्याल आ जाता है। कब्रिस्तान के बारें में बहुत से लोग यही मानते है कि वहां पर रूहो का होना लाजमी है। ये सच है क्योंकि रूहों का वास वहीं सबसे ज्यादा होता है जहां उसके साथ कोई हादसा हुआ हो या जहां उसका शरीर हो। लेकिन ये रूहे भी कभी किसी को परेशान नहीं करना चाहती है। ये भी अपनी दुनिया में अलग तरह से विचरण करती रहती है। आईऐ आज लंदन के उस कब्रिस्तान की सैर करें।
हाईगेट कब्रिस्तान का इतिहास
हाईगेट कब्रिस्तान उत्तरी लंदन में बनाया गया एक कब्रिस्तान है। यह काफी बड़ा और विशाल है। इस कब्रिस्तान में कई गेट है। दुनिया भर में सबसे बडे कब्रिस्तान के अलांवा यह कार्ल मार्क्स की कब्र के लिए भी दुनिया भर में विख्यात है। इस कब्रिस्तान को सन 1839 में शुरू किया गया था। उस समय लंदन एक विचित्र संकट से जुझ रहा था।
लंदन में उस समय मृत्यु दर ज्यादा दी और आये दिनों लोगों की भारी संख्या में मौत हो रही थी। लोगों की हो रही लगातार मौतों के बावजूद भी लंदन में उन्हे दफनाने के लिए कोई जगह नहीं बची थी। इसी समस्या से उबरने के लिए लंदन के उत्तरी छोर में इस हाईगेट कब्रिस्तान का निर्माण किया गया। इस कब्रिस्तान के निर्माण के पहले जगह की किल्लत के चलते लोग मूर्दो को अपने घर के आस पास ही गलियसारों में दफन कर दे रहे थे जो कि बहुत ही भयावह स्िथती थी। रास्तों में दफन मूर्दो से भयानक बदबू आती थी। इस समस्या से उबरने के लिए अधिकारियों ने इस कब्रिस्तान का निर्माण कराया था।हाईगेट की संरचना और आकार
हाईगेट उस समय दुनिया का सबसे बड़ा मानव निर्मित कब्रगाह था। यह कब्रिस्तान 37 एकड़ जमीन में फैला हुआ है और उत्तरी लंदन के बीचों बीच बनाया गया है। इस कब्रिस्तान में एक घंटा घर और ट्यूडर शैली का प्रयोग किया गया है। इसकी इमारतों में शानदार लकडियों का इस्तेमाल किया गया है। इस कब्रिस्तान मे मिश्र की शैली का भी पुरा प्रयोग किया गया है। इस कब्रगाह के लिए भी आया जिसके लिए इसका निर्माण किया गया था, पहली बार इस कब्रिस्तान में 26 मई 1839 को लिटील विंडमिल स्ट्रिट की एलिजाबेथ जैक्सन को दफनाया गया, और इसी के साथ सिलसिला शुरू हुआ जो आज तक जारी है।
कब्रिस्तान में वैम्पायर्स
यह कब्रिस्तान बहुत ही बड़ा है और इसमें न जाने कितने लोग दफन है। जहां पर एक साथ जमीन में इतने लोग दफन होंगे वहां रूहों और आत्माओं का दिखना तो लाजमी ही होगा। इस कब्रिस्तान में भी बहुत सी ऐसी रूहे है जो गाहें बगाहें लोगों को दिख जाती है। कई बार लोगों को इसका आभास होता है और उनके साथ कोई हादसा हो जाता है। इस कब्रिस्तान में कई बार वैमपायर्स को देखा गया है और उन्हे महसूस किया गया है। सबसे पहला मामला जो प्रकाश में आया था वो था सन 1970 में जब स्कूल की दो छात्राओं ने कब्रिस्तान के एक किनारें एक वैम्पायर कों बैठा देखने का दावा किया था। उन दोनों छात्राओं का कहना था कि जब वो स्कूल से लौट रही थी और जब वो कब्रिस्तान के पास पहुंची तो उस समय शाम हो गयी थी और हल्का हल्का अंधेरा शुरू हो गया था। उसी समय उन्हे कुछ अजीब सी आवाज सुनायी दी जो कि कब्रिस्तान के तरफ से आ रही थी। उस समय जब उन्होने कब्रिस्तान की तरफ देखा तो वहां एक आदमी जैसा कोई बैठा और कब्र से शव को निकाल कर उनका खुन पी रहा था। इसके अलांवा इस हादसें के एक हफ्ते बाद ही एक और मामला प्रकाश में आया जहां एक प्रेमी जोड़ ने भी एक वैम्पायर को देखन की बात कहीं। उनका कहना था कि वो दोनों कब्रिस्तान के तीसरे गेट की तरफ से रात में गुजर रहे थे उसी वक्त उन्होने एक बहुत ही बड़े आदमी को देखा जो कि सामान्य लंबाई से बहुत ज्यादा था उसका चेहरा अंधेरे के कारण देख नहीं पाया गया लेकिन उसके चेहरे का आकार और बनावट मनुष्यों से अलग थी। उनका कहना था कि शायद उस अजीब से साये ने उन्हे देख लिया था और वो उन्ही के तरफ धिमें धिमें बढ रहा था। इतना देख दोनों वहां से भाग गये। इस तरह की कई घटनाए है जो कि हाईगेट कब्रिस्तान में देखने को मिली है। कई बार लोगों ने इस महसूस किया है। इस कब्रिस्तान से होकर जाने वाले सड़क पर कई बार लोगों की दुर्घटनाए भी हुयी है। इस कब्रिस्तान में कई बार कब्रों से लाशों के गायब होने का भी मामला सामने आ चुका है। आज भी इस कब्रिस्तान में आसानी से रूहों और आत्माओं को महसूस किया जा सकता है।
Kaalo - A Witch
Posted by Unknown | Labels: Haunted Places of Rajasthan | 0 commentsIt has been found that over 46 thousand witches were killed during this period. Every incident had a story. One such incident had occurred in. Northern India in a village named Kulbhata. During 18th century, this village, surrounded by a desert, was tormented by a witch named Kaalo. Kaalo wanted to sacrifice nubile girls to satisfy her greed for immortality.
One day she was stoned to death and buried by angry villagers, but her fear lived on in and around Kulbhata. Years later some villagers spoke of Kaalo's sightings yet again. Kulbhata was vacated overnight by scared villagers. All roads leading to Kulbhata were sealed by horrifying tales of Kaalo killing anyone who dared to enter Kulbhata. It is said, Kaalo still roams in Kulbhata, in a more ferocious form than before. And it is believed that since that incident no one has gone to Kulbhata. 250 years have since passed, but still Kaalo is present and hungry for more lives. Anybody who dares to pass through the village is killed.
The Haunted Hotel at Tequendama Falls, Bogotá River, Colombia
Posted by Unknown | Labels: Haunted Places of Colombia | 0 commentsTequendama Falls (or Salto del Tequendama) is a major tourist attraction about 30 km southwest of Bogotá, the capital city of Colombia. The thousands of tourists who visit the area to admire the 157 metre (515 feet) tall waterfall and the surrounding nature, make a stop at another nearby landmark as well, the abandoned Hotel del Salto.
The luxurious Hotel del Salto opened in 1928 to welcome wealthy travelers visiting the Tequendama Falls area. Situated just opposite to the waterfall and on the edge of the cliff, it provided a breathtaking view to its guests. During the next decades though, Bogotá river was contaminated and tourists gradually lost their interest to the area. The hotel finally closed down in the early 90's and was left abandoned ever since. The fact that many people in the past chose that spot to commit suicide, made others believe that the hotel is haunted. Hotel del Salto has now been turned into a museum.
स्क्रीमिंग टनल की खौफनाक कहानी
Posted by Unknown | Labels: Haunted Places of Canada | 0 commentsआप मानें या ना मानें लेकिन दुनिया में कई ऐसी जगह हैं जहां रूहों, शैतानी ताकतों या फिर अन्य पारलौकिक शक्तियों का वास होता है. वह आपको डराकर वहां आने से रोकती भी हैं और अगर आप फिर भी वहां जाकर उनकी सत्ता को चुनौती देने की कोशिश करते हैं तो फिर वह आपके जीवन में ऐसा तूफान ले आती हैं कि किसी के भी होश उड़ जाएं.
रूहों और आत्माओं जैसे खौफनाक विषयों से लोग डरते तो हैं लेकिन इनके बारे में जानने के लिए भी बहुत उत्सुक भी होते हैं कि कैसे एक शरीर मरने के बाद भी आत्मा का रूप लेकर इंसानी दुनिया में विचरण कर सकता है? कैसे कोई इतना खौफनाक हो सकता है? मरने के बाद कोई कैसे किसी को नुकसान पहुंचा सकता है? यह कुछ ऐसे सवाल हैं जिनका इंसानी मस्तिष्क में उठना कुछ हद तक स्वाभाविक है. आज हम आपको ऐसे ही एक स्थान की यात्रा पर ले जाएंगे जिसके बारे में कहा जाता है कि यहां चीखती चिल्लाती आत्माएं रहती हैं.
स्क्रीमिंग टनल की खौफनाक कहानी
इस टनल के आसपास आबादी बहुत कम थी इसीलिए हर समय यहां पानी भी नहीं बहा करता था. जब पानी बहुत भर जाता था तो उस समय इस टनल का प्रयोग किया जाता था. इस टनल में यूं तो कई हादसे हुए लेकिन एक हादसा ऐसा था जिससे ओनटेरियो शहर आज तक उबर नहीं पाया है.
एक बार की बात है जब इस टनल में पानी का बहाव नहीं था, इस टनल के पास एक घर में बाप और बेटी रहा करते थे. हवा का रुख बहुत तेज था और चारों ओर सिर्फ और सिर्फ अंधेरा था. लड़की घर में अकेली थी और पीछे वाले कमरे में सो रही थी कि अचानक उस घर में आग लग गई और देखते ही देखते आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया. लड़की ने घर से बाहर निकलने की कोशिश की लेकिन तब तक उसके कपड़ों को आग ने पकड़ लिया. खुद को बचाने के लिए वह टनल की तरफ भागी लेकिन टनल में भी उस समय पानी नहीं था. आग की जलन की वजह से वह चीखती चिलाती रही, उसकी चीख बहुत भयानक और दर्दनाक थी जिसे सुनकर कई लोग वहां इकट्ठा हो गए लेकिन किसी ने उस लड़की को नहीं बचाया और आखिरकार उस लड़की ने यहां दम तोड़ दिया.
इसके अलावा यहां एक और लड़की की ऐसे ही जलने के कारण मौत हुई थी. लोगों का कहना है कि इस टनल में कुछ दरिंदों ने एक लड़की का सामूहिक बलात्कार किया और अपने जुर्म को छिपाने के लिए उस लड़की को जिन्दा जला दिया. उसकी चीखें आसपास के इलाकों तक सुनाई दीं.
सुबह जब लोग उस टनल में पहुंचे तो लड़की का अधजला हुआ शरीर वहां पड़ा था और तब से लेकर आज तक वहां शरीर के जलने की वैसी ही बदबू आती है जैसी पहले आती थी.
रोशनी को देखकर परेशान करती हैं रूहें
KINGAL SHIMLA ROAD
Posted by Unknown | Labels: Haunted Places of Shimla | 0 commentsशिमला का कॉंवेंट ऑफ जीसेस एंड मैरी स्कूल
Posted by Unknown | Labels: Haunted Places of Shimla | 0 commentsशिमला का इन्दिरा मेडिकल अस्पताल
Posted by Unknown | Labels: Haunted Places of Shimla | 0 commentsहिमाचल का सबसे बड़ा अस्पताल इन्दिरा मेडिकल अस्पताल शिमला में स्थित है लेकिन लोगों के बीच इस अस्पताल का इतना खौफ है कि उनका मानना है कि जो लोग इस अस्पताल से अपना इलाज करवाकर वापस आते हैं तो जल्द ही उनकी मृत्यु हो जाती है. लोगों का मानना है कि ठीक होकर वापस आने के बाद भी हर सप्ताह किसी ना किसी व्यक्ति की मृत्यु हो ही जाती है. ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों की मौत इस अस्पताल में हुई थी उनकी रूहें आज भी इसी अस्पताल के अंदर डेरा जमाए हुए हैं, जिनकी काली छाया उस अस्पताल के मरीजों पर पड़ती है.
इस अस्पताल को श्रापित माना जाता है और यहां जितने भी लोग अपना इलाज करवाने आते हैं उन्हें हर समय किसी ना किसी के अपने आसपास होने का एहसास होता है जबकि वहां कोई दूसरा नहीं होता. शिमला के लोगों को अब यह यकीन हो चला है कि यहां कुछ ना कुछ ऐसा जरूर है जो सही नहीं है.
लोगों ने यहां अजीबोगरीब आवाजों को सुना है जो व्यक्तियों को उनके नाम से पुकारती हैं तो कभी कोई उन्हें धक्का देता है, सीढ़ियों के बीच उनका रास्ता रोक लेता है. लिफ्ट का फंसना और अचानक चलने लगना और साथ ही तीखी आवाजों में किसी का चीखना आदि जैसी घटनाएं अब आम हो चुकी हैं.
रात होते ही जाग जाते हैं डेथ वैली के पत्थर
Posted by Unknown | Labels: Haunted Places of America | 0 commentsडेथ वैली के नाम से बहुत कम लोग परिचित होंगे क्योंकि अभी इसके बारे में सिर्फ दबी जुबान से ही चर्चाएं होती रहीं लेकिन अब इस वैली का सच शायद बाहर आ रहा है क्योंकि अभी तक ‘नासा’ जो इस वैली और यहां मौजूद पत्थरों की पहेली को सुलझाने की बात कर रहा था वह भी अब अपने हाथ खड़े कर चुका है क्योंकि उसे भी यह समझ नहीं आ रहा कि आखिर 700 पाउंड का पत्थर एक स्थान से दूसरे स्थान तक कैसे जा सकता है जबकि वहां किसी और के होने का कोई सबूत नहीं है और ना ही वहां कुछ ऐसा है जो इतने भारी पत्थर को हिला पाने तक में सक्षम हो.
कैलिफोर्निया (अमेरिका) स्थित डेथ वैली के तैरते पत्थरों की कहानी लोग सदियों से कहते-सुनते आ रहे हैं लेकिन इन कहानियों पर किसी ने कभी यकीन नहीं किया. लोगों का कहना है कि इस वैली में स्थित पत्थर यहां तैरते हैं, वह अपने आप एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचते हैं क्योंकि इस वैली के भीतर कोई जादुई शक्ति है.
लेकिन चमत्कार की अवधारणा को सिरे से नकारने वाला विज्ञान एक बार फिर इस जगह के चमत्कारी होने जैसी बातों को मनगढंत मान रहा है. एक थ्योरी के तहत प्लेनेटरी साइंटिस्ट प्रोफेसर रॉल्फ लॉरेंज ने यह समझाने का प्रयास किया है कि किस तरह यह पत्थर एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचते हैं. प्रोफेसर रॉल्फ का कहना है कि सर्दियों के मौसम में इस वैली के पत्थरों पर बर्फ जम जाती है और जब सर्दियों का मौसम जाते ही इन पत्थरों के ऊपर कीचड़ जम जाता है तो बर्फ छिप जाती है और बर्फ के आवरण से जमी चट्टानों को इस स्थान पर बहने वाली तेज हवा आगे की ओर धकेल देती है और देखने वाले को यह लगता है कि रेत में यह भारी भरकम पत्थर खुद तैरते हुए आगे बढ़ गए हैं, जबकि सच कुछ और ही है. प्रोफेसर रॉल्फ का कहना है कि जब किसी चट्टान के ऊपर बर्फ की चादर चढ़ जाती है तो उस चट्टान में मौजूद तरल पदार्थों का स्तर बदलते तापमान के साथ-साथ बदलता रहता है और चट्टान आगे पीछे होने लगती है जिससे यह अभास होता है कि यह चट्टान रेत में तैर रही है.
आपको यकीन नहीं होगा कि इस थ्योरी से पहले लोग इस चट्टान के बारे में बहुत कुछ बोलते थे. कोई कहता था कि इन चट्टानों में जादुई शक्तियां हैं तो कोई इस स्थान को एलियन या तंत्र-मंत्र से श्रापित मानता था. अब आपको हो सकता है इस बात पर हंसी आए लेकिन लोग इस स्थान पर मौजूद पत्थरों को अपने घर भी ले गए थे क्योंकि वह इन्हें चमत्कारी मानते थे. प्रोफेसर रॉल्फ के इस स्थान के रहस्य को साफ कर देने के बाद भी लोग इस स्थान पर एलियन और तंत्र विद्या की मौजूदगी को सही मानते हैं.
Changi Hospital
Posted by Unknown | Labels: Haunted Places of Singapore | 0 commentsAs the hospital was situated on a hill, the healthcare personnel as well as the patients found it difficult to access various blocks (Block 24, 37 and 161) using the steep flights of stairs. Thus MOH decided to source for another better location. In 1997, the staffs of Changi Hospital were shifted to their new workplace in Simei. Combining with Toa Payoh Hospital, the new site was called Changi General Hospital.
कंकाल के रूप में 600 साल से तड़प रही हैं यह आत्माएं
Posted by Unknown | Labels: Haunted Places of Uttarakhand | 0 commentsवन विभाग के पूर्व अधिकारी मढ़वाल वर्ष 1942-43 में दुर्लभ पुष्पों की खोज करते-करते यहां पहुंच गए थे लेकिन जब उन्होंने इतनी संख्या में नर कंकालों को देखा तो उन्हें लगा कि वह किसी दूसरे ही लोक में आ गए हैं. उनके साथी तो इस दृश्य को देखकर डरकर भाग गए.
वर्ष 1957 से 1961 तक यहां कई शोध परीक्षण किए जाते रहे. लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध नृवंशशास्त्री डॉ. डी.एन. मजूमदार ने भी 1957 में यहां से कुछ कंकालों के नमूने मानव शरीर विशेषज्ञ डॉ. गिफन को अमेरिका भेजे. रेडियो कार्बन विधि से परीक्षण करने पर डॉ. गिफन को ज्ञात हुआ कि यह कंकाल लगभग 400-600 वर्ष पुराने हैं.
इन कंकालों के पीछे की हकीकत तो कोई नहीं जानता लेकिन इनसे संबंधित एक पौराणिक मान्यता जरूर लोगों को चौंका रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि एक बार कन्नौज के राजा यशोधवल, सेना और अन्य साथियों के साथ नंदादेवी के दर्शन के लिए गए. उन्होंने गढ़वाल क्षेत्र की पावन धार्मिक नियमों और सभी मर्यादाओं की उपेक्षा की. राजा अपनी गर्भवती रानी व दास-दासियों सहित तमाम लश्कर दल के साथ त्रिशूल पर्वत होते हुए नंदादेवी यात्रा मार्ग पर स्थित रूपकुंड में पहुंचे.
नंदादेवी के प्रकोप के कारण वहां अचानक भयंकर वर्षा के साथ ओले गिरने लगे. अन्य साथियों और सेना के साथ राजा का परिवार भी यहां फंस गया और उनकी जान चली गई. यह नरकंकाल उन्हीं के हैं.
जब इंसानी दुनिया में प्रवेश कर ले जिन्न
Posted by Unknown | Labels: Jinn | 2 comments1. जिन्न शब्द का अर्थ और इनका उद्भव: जिन्न अरबी भाषा से लिया गया शब्द है क्योंकि सबसे पहले जिन्नों के होने का एहसास अरबी देशों में ही हुआ था. इस शब्द का अर्थ अंग्रेजी भाषा के ही एंजेल्स की अवधारणा से मिलता-जुलता है जिसका अर्थ अलौकिक और ना दिखने वाली ताकत है. कुरान के अनुसार जिन्न का उद्भव हवाओं में से हुआ है, कह सकते हैं कि जिन्न नकारात्मक या सकारात्मक ऊपरी हवाओं से संबंधित है. इस्लाम की मान्यताओं के अनुसार मरने के पश्चात इंसान जिन्न बन जाता है और अपनी किसी इच्छा को पूरी करने के 1000 से 8000 वर्षों बाद दुनिया को छोड़कर चला जाता है.
2. जिन्न के प्रकार: जानकारों के अनुसार जिन्न को चार श्रेणियों में बांटा जा सकता है. इन चारो ही तरह के जिन्न खतरनाक तो होते हैं लेकिन अलग-अलग तरीके से वह इंसानी दुनिया को प्रभावित करते हैं.
(क) मरीद: जिन्न की सबसे खतरनाक और ताकतवर प्रजाति है मरीद. आपने कई बार इन्हें किस्सों और कहानियों में सुना होगा. लोकप्रिय कहानी अलादीन का चिराग में भी इसी जिन्न को शामिल किया गया था. इन्हें समुद्र या फिर खुले पानी में पाया जा सकता है. यह हवा में उड़ते हुए भी देखे जा सकते हैं.
(ख) इफरित: इंसानी दुनिया जैसे ही इफरित जिन्नों की भी दुनिया होती है जिसमें महिला और पुरुष दोनों इफरित साथ रहते हैं. यह इंसानों को समझने की ताकत रखते हैं और बहुत ही जल्द इंसानों को अपना दोस्त बना लेते हैं. इफरित अच्छे भी होते हैं और बुरे भी लेकिन इन पर विश्वास करना घातक सिद्ध हो सकता है.
(ग) सिला: सिला प्रजाति में सिर्फ महिला जिन्न ही होती हैं जो देखने में बेहद आकर्षक और खूबसूरत होती हैं. इंसानी दुनिया में विचरण तो करती हैं लेकिन उनसे दूरी भी रखती हैं. सिला ज्यादा मात्रा में देखी नहीं जातीं लेकिन वह मानसिक तौर पर मजबूत और बहुत समझदार होती हैं.
(घ) घूल: इंसानी मांस खाने वाली यह प्रजाति बहुत खौफनाक होती हैं. यह कब्रिस्तान के आसपास ही रहते हैं. इनका व्यवहार क्रूर और शैतान से मिलता-जुलता है इसीलिए इंसानों के लिए यह बहुत भयावह होते हैं.
(ङ) वेताल: यह वैम्पायर होते हैं, इंसानों के खून पर ही जिंदा रहते हैं. विक्रम वेताल की कहानियों में इसी वेताल का जिक्र था. यह भविष्य देख सकते हैं और जब चाहे भूतकाल में भी जा सकते हैं.
दिल्ली की 5 सबसे डरावनी जगह
Posted by Unknown | Labels: The City of Djinns | 0 commentsदिल्ली कैंट |
(For English Version)
http://realghostories.blogspot.in/2013/05/delhi-is-haunted.html
खूनी दरवाज़ा |
http://realghostories.blogspot.in/2013/05/william-fraser.html
जमाली कमाली मस्जिद |
संजय वन |
लोथियन सेमेट्री |
जहां शिव दर्शन करता है अमर अश्वत्थामा
Posted by Unknown | Labels: Historical Stories | 0 commentsअसीरगढ़ का किला
भोर होने का सुंदर लेकिन रहस्यमयी नजारा... |
सुनसान किले में रात का मंजर बेहद डरावना होता है... |
यहाँ एक मजार भी है, लेकिन अब यहाँ कोई नहीं आता... |
किले का तालाब भी अपने अंदर कई राज समेटे हुए है... |
किले की खंडहर दिवारें, जिनकी सुध लेने वाला कोई नहीं... |
असीरगढ़ का किला
चिरंजीव अश्वत्थामा की उपस्थिति का प्रमाण मिलता है - भारत में मध्यप्रदेश के बुरहानपुर के समीप स्थित असीरगढ़ के किले में। सतपुड़ा पर्वत की गोद और प्राकृतिक सौंदर्य के बीच स्थित है असीरगढ़ का किला। इस क्षेत्र में ताप्ती और नर्मदा नदी का संगम भी है। यह प्राचीन समय में दक्षिण भारत जाने के द्वार के रुप में भी प्रसिद्ध था। लोक मान्यता है कि इस किले के गुप्तेश्वर महादेव मंदिर में अश्वत्थामा रोज शिव की उपासना और पूजा करते हैं। इसके सबूत के रुप में मंदिर में सुबह गुलाब के फूल और कुमकूम दिखाई देते है। माना जाता है कि अश्वत्थामा मंदिर के पास ही स्थित तालाब में स्नान करते हैं। उसके बाद शिव की आराधना करते हैं।
यह मंदिर बहुत पुराना है। किंतु यहां पर पहुंचने पर विशेष अध्यात्मिक अनुभव होता है। यहां तक पहुंचने के लिए रास्ता दुर्गम है। मंदिर चारों ओर खाई से घिरा है। जिसमें माना जाता है इस खाई में बने गुप्त रास्ते से ही अश्वत्थामा मंदिर में आते-जाते हैं। मंदिर तक पहुंचने के लिए पैदल चढ़ाई करनी होती है। इस मंदिर को लेकर लोक जीवन में एक भय भी फैला है कि अगर कोई अश्वत्थामा को देख लेता है, तो उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ जाती है। किंतु मंदिर के शिवलिंग के लिए धार्मिक आस्था है कि शिव के दर्शन से हर शिव भक्त लंबी उम्र पाने के साथ रोगमुक्त रहता है।
इस मंदिर तक पहुंचने के लिए सबसे करीबी स्थान बुरहानपुर है। जहां से लगभग २० किलोमीटर की दूरी पर असीरगढ़ किले में यह मंदिर स्थित है। यहां पहुंचना मन में अध्यात्म और रोमांच पैदा करता है। यह देश के सभी प्रमुख शहरों से आवागमन के साधनों से जुड़ा है। रेल मार्ग द्वारा खंडवा स्टेशन पहुंचकर भी यहां पहुंचा जा सकता है।
इतिहास
क़िले का नामकरण
चीखती सुनसान इमारतों का रहस्य (World's Most Haunted Places)
Posted by Unknown | Labels: World's Most Haunted Places | 0 commentsबेरी पोमेरॉय का महल (टॉटनेस) |
डोमिनिकन हिल (फिलिपींस) |
एडिनबर्ग का महल (स्कॉटलैंड |
मोंट क्रिस्टो (ऑस्ट्रेलिया) |
एनशेंट रैम इन (इंगलैंड) |
स्क्रीमिंग टनल (ओंटारियो) |
हाइगेट सिमिट्री (लंदन) |
स्क्रीमिंग टनल (ओंटारियो) – स्क्रीमिंग टनल का रहस्य नायग्रा फॉल्स से संबंधित सभी कहानियों में सबसे ज्यादा भयानक है. यह टनल नायग्रा फॉल्स को टोरंटो से जोड़ती है. स्थानीय लोगों के अनुसार इस टनल में एक जलती हुई लड़की की आत्मा घूमती है. रात के समय वह इस टनल में बैठती है और माचिस से खुद को जलाकर पूरी रात चिल्लाती है.
ओहिओ यूनिवर्सिटी (अमेरिका) – इस यूनिवर्सिटी के ज्यादातर परिसर हॉंटेड माने जाते हैं. ब्रिटिश सोसाइटी फॉर फिसिकल रिसर्च का कहना है कि ओहिओ यूनिवर्सिटी दुनियां के सबसे हॉरर स्थानों में से एक है. विल्सन हॉल एक लड़की, जिसे सब चुड़ैल मानते थे, के कारण बहुत प्रसिद्ध हुआ था. वह लड़की अपने खून से इस हॉल की दीवारों पर असाधारण और रहस्यमयी कहानियां लिखने के बाद मर गई. वहीं वॉशिंगटन हॉल के विषय में ऐसा माना जाता है कि यहां उन खिलाड़ियों की आत्माएं घूमती हैं जो एक हादसे के अंदर मारे गए थे. कभी-कभार उन्हें बास्केटबॉल खेलते भी सुना जा सकता है.
WARNING
Note: if you feel the need to tell your age in stories or comments, you're too young.